बहुत समय पहले की बात है, एक लालची महाजन को अपना चित्र बनवाने का शौक चढ़ा। उसने एक प्रसिद्ध चित्रकार को बुलाया और अपना चित्र बनाने को कहा। धूर्त महाजन की चालाकी चित्रकार ने पूरी मेहनत से महाजन का चित्र बनाया, लेकिन महाजन हर बार कहता, “यह सही नहीं बना, इसे दोबारा बनाओ।” ऐसा करते-करते महाजन ने कई चित्र बनवा लिए, लेकिन किसी को भी स्वीकार नहीं किया। अब चित्रकार समझ गया कि महाजन चालाकी कर रहा है। वह हर बार चित्र बनवाते समय अपना चेहरा थोड़ा बदल लेता था,…
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